ईरान और इजराइल के बीच चल रहे हमले में फसे भारतीय छात्रों के लिए आया बड़ा अपडेट

ईरान के साथ चल रहे तनाव के बीच इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी मीडिया संस्थान फॉक्स न्यूज को एक इंटरव्यू दिया है, जिसमें उन्होंने बताया कि ईरान ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मारने का प्लान बनाया था। इस बयान के पीछे बेंजामिन ने क्या दिया वो आगे इस वीडियो में जायेंगे। साथ में ये भी समझेंगे कि ईरान में फंसे। से भारतीय वापस देश कैसे लौटेंगे और ईरान में उन्हें किन हालातों से गुजरना पड़ रहा है? शुरुआत प्रधानमंत्री बेंजामिन के इंटरव्यू से करते हैं। 15 जून को फॉक्स न्यूज ने एक खबर छापी। लिखा कि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन ने अपने इंटरव्यू में पुष्टि की है कि ईरान की इस्लामी सरकार ने डोनाल्ड ट्रम्प को अपने परमाणु प्रोग्राम के लिए खतरा बताया था।

और उनकी हत्या का प्लान किया था, वो उन्हें मारना चाहते हैं। इससे अलग ईरान के राष्ट्रपति का कहना है कि हमारा परमाणु हथियार विकसित करने का कोई इरादा नहीं है। बेंजामिन ईरान पर आरोप लगा रहे हैं और बदले में ईरान फिलहाल सीज़फायर करने के लिए तैयार नहीं है। न्यूज़ एजेंसी रायटर्स के मुताबिक ईरान ने मध्यस्थता कराने वाले कदर और ओमान से कहा है। कि वो इजराइल के हमलों के बीच संघर्ष विराम के लिए बातचीत करने को तैयार नहीं है। वो संघर्ष विराम की बात तभी करेंगे जब इजराइल के पुराने हमलों का बदला ले लेंगे। अब बात करते हैं भारतीय छात्रों की। दोनों देशों की लड़ाई में ईरान में कुछ भारतीय छात्र अभी भी फंसे हैं। दावा है कि वहाँ फंसे। सबसे ज्यादा भारतीय स्टूडेंट्स जम्मू कश्मीर से है। 15 जून को विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि तेहरान की भारतीय एंबेसी ईरान में सुरक्षा स्थिति पर लगातार नजर रख रही है। वहाँ मौजूद भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर काम हो रहा है। छात्रों को ईरान में, दूसरी सुरक्षित जगहों पर।

पहुंचाया जा रहा है। दूसरे सुरक्षित विकल्प भी तलाशे जा रहे है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस समय ईरान में करीब 1500 भारतीय छात्र फंसे हुए है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने ऐसे ही कुछ छात्रों से बात करके एक रिपोर्ट छपी। तेहरान में एम बी बीएस के स्टूडेंट्स एम्तिसल मोहिद्दीन के बयान को कोड करते हुए टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने लिखा। एक ब्लास्ट हमारे हॉस्टल से पांच किलोमीटर दूर हुआ। यहाँ करीब 350 भारतीय छात्र मौजूद है। सब डरे हुए हैं। एक और छात्र ने बताया कि मेरे घर वाले दिन में 10 बार फ़ोन करते हैं। यहाँ इंटरनेट भी सही से काम नहीं करता। हम यहाँ पढ़ने आए थे, लेकिन अब बस जिंदा रहना चाहते हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ईरान में भारतीय एम्बेसी लगातार भारतीय नागरिक से संपर्क में है। एम्बेसी ने ईरान में मौजूद सभी भारतीय नागरिक को सतर्क रहने के लिए कहा है। एम्बेसी ने एक्स पर गूगल फॉर्म जारी कर सभी भारतीयों से अपनी डीटेल्स भरने के लिए कहा है ताकि

 उन्हें वापस भारत लाया जा सके। बताते चले कि इजराइल ने 13 जून को ईरान पर हमला कर दिया था। इसे नाम दिया था ऑपरेशन राइजिंग लाइन। इस हमले में ईरान के मिलिट्री कमांडर की जान चली गई थी। जवाबी कार्रवाई में ईरान ने भी इजराइल पर मिसाइल दागी थी। बीते तीन दिनों में दोनों देश एक दूसरे के ऊपर सैकड़ों मिसाइल छोड़ चूके हैं। दोनों में से कोई भी देश पीछे हटने को तैयार नहीं है। इजराइल ने कहा कि आने वाले दिनों में वो हमले को और ज्यादा बढ़ाएंगे ।

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