लोगों की कौन कौन सी उम्मीदें आज पूरी हुई है?
आज छत्तीसगढ़ सरकार की कैबिनेट बैठक थी और उस कैबिनेट बैठक को लेकर लोगों की उम्मीदें बहुत सारी थी। कैबिनेट बैठक में ये मैं आपको बताने वाला हूँ, जैसे की सोलर पैनल को लेकर सरकार बहुत काम कर रही है। सरकार अब तक जो है। केंद्र सरकार की ओर से सब्सिडी मिलती थी, लेकिन अब राज्य सरकार भी पीएम सूर्य घर योजना के तहत आपको सब्सिडी मिली। यानी की आप अपने घर पर अगर आप लगाते हैं सोलर पैनल। तो आपको केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार भी सब्सिडी देने वाली है यानी की पैसा देने वाली है जैसे 2,00,000 2,50,000 का अगर प्रोजेक्ट होगा तो उसमें पहले ₹78,000 केंद्र सरकार से सब्सिडी मिलती थी, अब जो है। 30,000 रूपया सब्सिडी राज्य सरकार की ओर से भी मिलने वाली है। इसके अलावा शहीद परिवारों को लेकर एक बड़ा डिसीजन लिया गया है। शहीद परिवार यानी की पुलिस परिवार में कोई कोई पुलिसकर्मी शहीद होता है तो उनके परिवार वालों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। कहाँ अब तक कहाँ मिलती थी अब तक?
पुलिस विभाग में ही अनुकम्पा नियुक्ति मिलती थी, लेकिन सरकार ने अपना फैसला बदला और पुलिस परिवार के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए शायद सरकार ने डिसीजन लिया है कि अब पुलिस परिवार यानी की जो शहीद परिवार होंगे उन्हें किसी भी विभाग में सरकार की किसी भी विभाग में 50 से ज्यादा विभाग होते उन 53 ,54 विभागों में। शहीद परिवारों को अनुकंपा नियुक्ति दी जाएगी। ये महत्वपूर्ण फैसला था। इसके अलावा बाघों के संरक्षण के लिए सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाया है। सोसाइटी बनाने वाली है। वो क्या क्या है छत्तीसगढ़ सरकार ने आज कैबिनेट बैठक में। कौन कौन से जरूरी मुद्दों पर चर्चा की है? कुछ ऐसे मुद्दे थे जीस पर बात होनी थी। हो सकता है आज जो कैबिनेट की बैठक उसमें कौन कौन से मु्द्दे थे।
नक्सल ऑपरेशन में शहीद पुलिस परिवार के परिजनों को पुलिस विभाग के अलावा सभी विभागों में अनुकंपा नियुक्ति मिलेंगे। पांच अलग अलग जातियों के स्टूडेंट्स को अनुसूचित जाति के समान स्कॉलरशिप और हॉस्टल में एडमिशन की सुविधा मिलेंगे। घर की छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए राज्य सरकार सब्सिडी देगी। इसकी राशि की गई है। बाघों के संरक्षण और इको पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ फाउंडेशन सोसाइटी का गठन होगा। साथ ही साथ नारायणपुर में चल रहे शिक्षण संस्थान जैसे रामकृष्णा मिशन आश्रम और विवेकानंद इंस्टीट्यूट को मर्ज किया जाएगा। और जशपुर की जशपुर हर्बल और सी एस आइ डी यानी की छत्तीसगढ़ स्टेट इंडस्ट्रियल। डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन संभालने वाली है। ये भी अपने आप एक बड़ा डिसीजन है। इको टूरिज्म के मामले में देखा जाए तो और साथ ही साथ एक्सप्लनेशन ट्रस्ट जो है। ये संस्था बनेगी और जो छोटे खनिजों की खोज करेगी, क्योंकि छत्तीसगढ़ में खनीज संपदाओं की अपार संभावना है।