इजराइल ईरान हमले के बीच आया ट्रंप का बड़ा बयान

शुक्रवार 13 जून को इजराइल ने ऑपरेशन राइजिंग लायन के तहत ईरान के परमाणु और मिसाइल ठिकानों पर हमला किया था। इसके जवाब में ईरान ने भी बड़े स्तर पर इजराइल के अलग अलग शहरों पर मिसाइलें दागी।तभी से दोनों देश लगातार एक दूसरे के खिलाफ़ हमले कर रहे हैं। अब दोनों देशों के बीच जारी संघर्ष पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बड़ा दावा किया है। ट्रम्प को उम्मीद है कि ईरान और इजराइल जल्दी ही शांति समझौता करेंगे। ट्रम्प ने कहा कि जैसे उन्होंने मई में।

भारत और पाकिस्तान के बीच में सीजफायर कराया था, वैसे ही ईरान और इजराइल के बीच भी वो समझौता करा सकते हैं। डोनाल्ड ट्रंप ने लिखा, ईरान और इजराइल को समझौता करना चाहिए और वो समझौता करेंगे जैसे मैंने पाकिस्तान और भारत को समझौते के लिए तैयार किया था। उस समय अमेरिका के साथ ट्रेड का इस्तेमाल करके मैंने दोनों देशों को बातचीत के लिए तैयार किया था।

दोनों नेताओं ने जल्दी और समझदारी से फैसला लिया और रुक गए। डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि इजराइल और ईरान के बीच भी बातचीत हो रही है और जल्दी ही शांति आएगी। उन्होंने दावा किया कि बहुत सारी कॉल्स और मीटिंग्स हो रही है। मैं बहुत कुछ करता हूँ लेकिन मुझे कभी भी क्रेडिट नहीं मिलता। कोई बात नहीं लोग समझते हैं। ट्रंप यहीं नहीं रुके, उन्होंने और भी कई सारे देशों के बीच कराए गए। शांति समझौते का जिक्र किया। दावा किया कि ये समझौते भी उन्होंने ही किए थे और उनकी कोशिशों से ही हुए थे। ने याद दिलाया कि उनके पहले कार्यकाल में सर्बिया और कोसोवा के बीच दशकों पुराना संघर्ष भी युद्ध की ओर बढ़ रहा था, लेकिन उन्होंने उसे रोका।

उन्होंने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन पर भी निशाना साधते हुए कहा कि बाइडन ने कुछ गलत फैसलों से आगे की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाया, लेकिन मैं उसे फिर से ठीक करूँगा। इसके अलावा एक और जानकारी सामने आई। दावा किया जा रहा है कि इजरायल ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामिनाई की हत्या की प्लानिंग कर रहा था। और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इस प्लान पर लगा दिया यानी कि रोक लगा दी। ये दावा दो अमेरिकी अधिकारियों की ओर से आया है। एक सीनियर अधिकारी ने बताया कि अभी तक ईरान ने किसी अमेरिकी नागरिक को निशाना नहीं बनाया है। जब तक वो ऐसा नहीं करते तब तक अमेरिका उनके राजनैतिक नेतृत्व पर हमले के बारे में नहीं सोचेगा। न्यूस एजेंसी रॉयटर्स ने बताया कि ईरान के परमाणु कार्यक्रम को रोकने के लिए उस पर बड़े पैमाने पर हमला करने के बाद से शीष अमेरिकी अधिकारी इजरायली अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क में है।

उन्होंने बताया कि इजरायली पक्ष की ओर से बताया गया था कि उनके पास ईरान के सुप्रीम लीडर को निशाना बनाने का मौका है, लेकिन राष्ट्रपति ट्रंप ने इस योजना को मंजूरी नहीं दी। अमेरिकी अधिकारियों ने ये तो साफ नहीं किया कि ये मैसेज खुद ट्रंप ने दिया था या फिर नहीं। लेकिन ये बताया कि राष्ट्रपति इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ लगातार बातचीत कर रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *